तेरा साथ
तेरा साथ
जबसे लड़े हैं तुझसे नयन
ये दिल तेरा हो गया सजन
तेरे नाम से अब धड़कता है
तेरे नाम की ही माला जपता है
ना कहीं चैन है और ना है करार
इतना तो नहीं हुए कभी बेकरार
बस रहता है हरदम तेरा इंतज़ार
न जाने अब कब होगा तेरा दीदार
एक एक पल कटना भी मुश्किल है
जुदाई के ये लम्हे बड़े ही कातिल हैं
तेरे बगैर फिज़ा भी खिजां लगती है
ये महफ़िल भी बेमजा सी लगती है
तू गर साथ है तो वीराना भी आबाद है
वरना तो ये जिंदगी लगती बरबाद है
सेहरा बांध कर जल्दी आजा सनम
मुझको डोली में बिठा के ले जा बलम
मेरे दिल में अब तेरा ही दरबार है
तेरी बाहों में अब मेरा घर-बार है।

