कोरोना
कोरोना
कुदरत के करिश्मा का कमाल
हम अपने ही घरों में कैद होकर
कुछ अपनों से कोसों दूर होकर
भीतर ही भीतर पाल रहे हैं
हम कशमकश भरा सवाल
समंदर सा गहरा कुछ प्रेम
करने को आतुर है भीषण बवाल
क्योंकि सब स्थिर होकर भी स्थिर नहीं है
ये कोरोना लाकर लाद दिया अजीब सा भूचाल
घर बैठे हुआ ये हाल
आया कैसा ये विचित्र काल
संकट में है ये दुनिया सारी
सर्वत्र फैला है हाहाकार
आकर बचा लो अब महाकाल...!!
