तेरी मेरी कहानी
तेरी मेरी कहानी
हो चुकी है बहुत पुरानी
प्रिय! तेरी मेरी कहानी
उन दिनों की वो कुछ
खट्टे मीठे प्यार भरे नादानी
मैं तुम्हारे इन्तजार में घण्टों भर
धूप में खड़ी हो जाया करती थी
बिन अपनी परवाह किए
तुम्हारा परवाह किया करती थी
तुम भी तो मुझपर स्नेह उड़ेलकर
हर हद पार कर जाते थे
मेरे रोने पर तुम खुद जोकर बन
मुझे हँसा जाते थे
पर अब वो पहले जैसी कोई न
बात रही
रहते है एक छत के नीचे फिर भी
न पहले जैसी वो मुलाकात रही
न अब कोई भी दिल में वो अहसास है
न ही अब कोई कुछ भी तुमसे आस है
छोड़ो जाने दो सब बातों को अब
बस जीना है साथ यही एक वजह है अब
बस इतनी सी ही तेरी मेरी कहानी है
ये घर ये अपने ही तो अब प्यार एक निशानी है
हसँकर जीवनसाथी बनकर रह लो अब
दिखाओ न किसी को भी कि, आँखों मे पानी है
चंद पल की ये जिंदगानी है
हाँ तेरी मेरी कहानी है......।।

