कोरोना में हाल
कोरोना में हाल
कैसे गुजरे अब ये साल ज़रा पूछो,
ठुका है फ़िर कोरोना ताल ज़रा पूछो।
स्कूलों से प्रेम रैलियों से दूरी,
सरकारों की क्या है चाल ज़रा पूछो।
भीख मांगने के दिन आये जनता के,
डॉक्टर कैसे मालामाल ज़रा पूछो।
अरबों रुपए लगा दिए वैक्सीनों पर,
फिर भी हालत खस्ताहाल ज़रा पूछो।
सबके ऊपर वार हो रहा मंदी का,
किसके हाथ में इसकी ढाल ज़रा पूछो।
जनता अपनी कश्ती से वाकिफ़ ठहरी,
राजा के तूफां का हाल ज़रा पूछो।
'समर' ने हालातों से बस इतना समझा,
सोच समझ कर फैला जाल ज़रा पूछो।।