लोग जाने कहते क्यों, मोबाइल निर्जीव ठहरे लोग जाने कहते क्यों, मोबाइल निर्जीव ठहरे
खुद को किया समर्पित मैं तो गई ये दिल हार। खुद को किया समर्पित मैं तो गई ये दिल हार।
मंज़िल उस को मिलती, जिसने चलना सीख लिया। मंज़िल उस को मिलती, जिसने चलना सीख लिया।
जैसा पानी दिखता है वैसा लोग भरते है जैसा पानी दिखता है वैसा लोग भरते है
मेहनत करते जाओ आगे बढ़ते जाओ, पर फटी जेब के अँधेरे दूर भगाओ, पर फटी जेब के अँधेरे दूर भगाओ, और एक ... मेहनत करते जाओ आगे बढ़ते जाओ, पर फटी जेब के अँधेरे दूर भगाओ, पर फटी जेब के अँधे...
मियां बचपन में लगता था के नैनीताल है दुनिया। मियां बचपन में लगता था के नैनीताल है दुनिया।