बन जाओ एक मिसाल
बन जाओ एक मिसाल
बन जाओ मिसाल जलाओ ऐसी एक मशाल,
मेहनत से तो फटी जेब हो जाती मालामाल,
इस दुनिया में हर कोई आया है लेकर अपना-अपना नसीब,
कोई तो है बहुत आमिर और कोई है बहुत गरीब,
है कोई गरीब तो है उसका नसीब और मर जाये वो गरीब तो है बदनसीब,
पर हिम्मत और मेहनत के जादू से बदला जा सकता है नसीब,
फटी जेब कोई बीमारी नहीं है जिसका नहीं इलाज,
गरीब तो गरीब ही रहेगा नहीं ऐसा कोई भी रिवाज़,
कितने गरीबों को आमिर बनते देख चुका है ये समाज,
मन के जीते जीत है और मन के हारे हार,
बदनसीबी और बेहाली को जो करे स्वीकार,
वो अपने आलस्य के कारण करता फटी जेब स्वीकार,
बढ़ते रहना कोशिश करते रहना बैठ न जाना थक हार,
फटी जेब है मानो जैसे एक अन्धकार,
इन अंधेरों को पार कर मिलेंगे उजाले अपरम्पार ,
बन जाओ मिसाल जलाओ ऐसी एक मशाल,
मेहनत से तो फटी जेब हो जाता मालामाल,
जीवन है एक गहरा सागर जाना होता है इसके पार,
फटी जेब की छेदों वाली नाव से कैसे होगा बेड़ा पार,
जीवन जैसा है वो वैसा है करता हर पशु स्वीकार,
मानव का तो है अपने जीवन और नसीब पर संपूर्ण अधिकार,
मेरी फटी जेब है, मेरी फटी जेब है कब तक ये चिल्लाओगे,
फटी जेब अपनी दुनिया को दिखा कर सम्मान नहीं पाओगे,
हंस देगी दुनिया तुम पर देख तुम्हें बेहाल,
दुनिया के रहमो-करम पर काटोगे कितने साल,
कर जाओ कुछ ऐसा बन जाओ एक मिसाल,
फटी जेब के अंधेरों को मिटाने जलाओ एक मशाल,
बन जाओ तुम मालामाल,
हिम्मत और मेहनत करने पर क्या नहीं देता दीनदयाल,
बन जाओ मिसाल जलाओ ऐसी एक मशाल,
मेहनत से तो फटी जेब हो जाती मालामाल,
तेरी जिंदगी तेरी है राहें और तेरी है मंजिल,
सब सुखों से संपूर्ण हो जाओ बनो इतने काबिल,
हिम्मत, हौंसलों और लक्ष्य पर नज़र टिका कर
कर तो तुम सब हासिल,
मिटा तो फटी जेब के अँधेरे कर दो उन्हें तुम
उजालों में तब्दील,
अपने जीवन में ऐसी परिस्थिति अपनाओ ,
मेहनत करते जाओ आगे बढ़ते जाओ,
पर फटी जेब के अँधेरे दूर भगाओ,
पर फटी जेब के अँधेरे दूर भगाओ,
और एक मिसाल बन जाओ,
बन जाओ एक मिसाल हिम्मत
और मेहनत करने पर क्या नहीं देता दीनदयाल...