निडर लड़की
निडर लड़की


खत्म हुई अब सहन मेरी
अब मैं भी आवाज उठाऊंगी
बेटी बेटी कहकर बहुत डराया
अब मैं भी शस्त्र उठाऊंगी
भ्रूण हत्या अब ना होने दूं
पापी को दण्ड दिलाऊँगी
अन्याय के खिलाफ आवाज उठाऊं
अत्याचारों का मैं सर्वनाश कर डालूँगी
ना होने दूं अब स्त्रियों पर जुल्म
समाज के खिलाफ आवाज उठाऊंगी
निडर अकेली खड़ी हूँ मैं अब
स्त्रियों का अधिकार मांगूंगी
ना जानूँ अब मैं दुनियादारी
अब खुद कानून बनाऊंगी
बन झांसी की रानी मैं
स्त्रियों की आज़ादी मांगूंगी!