STORYMIRROR

Shivam Kumar sahu

Inspirational

3  

Shivam Kumar sahu

Inspirational

निडर लड़की

निडर लड़की

1 min
256


खत्म हुई अब सहन मेरी

अब मैं भी आवाज उठाऊंगी

बेटी बेटी कहकर बहुत डराया

अब मैं भी शस्त्र उठाऊंगी

भ्रूण हत्या अब ना होने दूं

पापी को दण्ड दिलाऊँगी

अन्याय के खिलाफ आवाज उठाऊं

अत्याचारों का मैं सर्वनाश कर डालूँगी

ना होने दूं अब स्त्रियों पर जुल्म

समाज के खिलाफ आवाज उठाऊंगी

निडर अकेली खड़ी हूँ मैं अब

स्त्रियों का अधिकार मांगूंगी

ना जानूँ अब मैं दुनियादारी

अब खुद कानून बनाऊंगी

बन झांसी की रानी मैं

स्त्रियों की आज़ादी मांगूंगी!


 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational