गुरुवर जीवन संवारे
गुरुवर जीवन संवारे
बढ़ते कदम हमारे,
गुरुवर जीवन संवारे।
जाएगा तू जहां रे,
पाएगा गुरुवर वहां रे।।
सही राह दिखाते हैंं,
गुरुवर वही कहलाते हैंं।
मंजिल पर पहुंचाते हैंं,
वो फूले नहीं समाते हैं।।
ज्ञान का दीपक जलाते हैं,
गोविंद के दर्शन कराते हैं।
विपदा भारी जब आती हैं,
गुरुवर ही हमारे तब साथी हैं।।
माता पिता सम गुरु का मान,
शिष्यों में अटकी रहती जान।
ज्ञान गुणों की हैं वो खान,
यही है गुरुवर की पहचान।।