STORYMIRROR

Jitendra Vijayshri Pandey

Inspirational

3  

Jitendra Vijayshri Pandey

Inspirational

गुरु

गुरु

1 min
255


गुरु है जीवन में तो किसी की ज़रूरत नहीं,

गुरु है साथ में तो किसी का भी डर नहीं।

सफलता क़दम चूमती है अक़्सर क्योंकि

गुरु भी इंसान है कोई पत्थर की मूरत नहीं।।


वो दिया है जो जलता ख़ुद आग में है,

वो डाँट है जो डाँटता आप सबकी फ़िक्र में है।

उस डाँट को गले लगाकर कुछ नायाब कर जाओ क्योंकि

वो बर्फ़ है जो पिघलता सिर्फ़ हम सबकी ख़ुशी में है।।


गुरु ने ही सम्राट चंद्रगुप्त बना दिया,

गुरु ने तो वीर एकलव्य धनुर्धर बना दिया।

कितनी बातें बताऊँ मेरे साहित्य प्रेमियों,

गुरु ने तो न जाने कितनों को फ़कीर से अमीर बना दिया।।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational