Jitendra Vijayshri Pandey
Abstract
माँ मैं कुछ भी नहीं
बस तेरा छोटा-सा
हस्ताक्षर मात्र हूँ।
सैनिक
माँ
गुरु
रक्षाबंधन
आज ख़ुद से...
नारी
पानी पर बहते ...
रेप इन इंडिया