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Vijay Kumar parashar "साखी"

Tragedy Others

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Vijay Kumar parashar "साखी"

Tragedy Others

"कोरोना का जादू"

"कोरोना का जादू"

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कोरोना का जादू चला आज इस कदर

नौसिखिया उतीर्ण हुए बिना कुछ कर

कोरोना का चला, आज कुछ ऐसा ग़दर

बिना शमशीर युद्ध जीते, हर कोई सदर

पप्पू पास हुआ, आज एग्जाम दिए बगैर

आज नाथी का बाड़ा हुआ शिक्षा का घर

नेताओं शिक्षकों पर कैसा मचाया कहर

उत्तीर्ण का भले बढ़ा हो प्रतिशत शहर


शिक्षा की गुणवत्ता में घुल गया है, जहर

घोड़े, गधों के साथ हो गये है, आज बंदर

बिना कुछ किये, गधे भी जीत गये, शहर

कोरोना का जादू चला आज इस कदर

हर कोई नभ में पहुंच गया है, बिना पर

खास आप भरोसा करते, शिक्षक पर

हम बताते, हम दरिया की सुनामी लहर


जैसे कोरोना में बनाया था, हमें शेर नर

खास वैसा ही बोर्ड परीक्षा में देते, प्रहर

कोविड तहत बोर्ड एग्जाम लेते घर-घर

यूँ तो शिक्षा के कुंए में न घुलता, जहर

कोरोना का जादू चला आज इस कदर

बिना मेहनत के बन रहे, प्रतिशत सुंदर

शिक्षक को आगे, रिजल्ट रखने का डर

सब हमें कोसेंगे रिजल्ट खराब होने पर

बिना परीक्षा, कोई न बनता कुंदन मगर

इसलिये परिस्थितियों से घबराना नहीं,

हर परिस्थिति के लिये सदा तैयार, टीचर

बस उस पर आप भरोसा करे, मन भर



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