कोहिनूर
कोहिनूर
जब आग में तपने से
सोना और निखरता है
जब कोयला दब करके
कोहिनूर में बदलता है
संघर्ष नित करने से ही
जीवन महान बनता है
अपनी तकदीर खुद ही
हर शख्स लिखता है
जब कोयला दब करके
कोहिनूर में बदलता है
दुनिया की न सोचकर
अपने लक्ष्य को चुनता है
अपने कर्मो की शमसीर से
युद्ध में विजयी बनता है
जब कोयला दब करके
कोहिनूर में बदलता है।