कलम की ताकत
कलम की ताकत
कलम की ताकत कम ना समझो
इससे बड़ा हथियार कहां?
आज जमाना है इंटरनेट का,
इंटरनेट के मैसेजों में प्यार कहां?
वो चिट्ठियों का रोमांच इंटरनेट में कहां?
वह महक जो चिट्ठियों से आती थी,
दिल को अंदर तक छू जाती थी और प्यार का भाव जागती थी।
वह महक और प्यार इंटरनेट में कहां?
डिलीट का कोई ऑप्शन नहीं था।
चिट्ठियों में केवल प्रेम ही प्रेम था।
कभी खून से लिखी होती
कभी आंसुओं से भिगाकर कलम चली होती।
अब चिट्ठियों में वह मनोभाव कहां?
वह चिट्ठियों से प्यार
वह कलम और दवात,
जब भी पड़ो पत्र,
यूं लगता है हो रहा हो आपस में संवाद।