ख्यालों में
ख्यालों में


आज कल तो बहुत आती हो
तुम मेरे ख्यालों में
ऐसी बात फैली है शहर वालों में
क्या जादू हैं तेरी अदाओं में
हम तो खो गये सवालों में
तेरे चाँद से मुखड़े ने नींद उड़ायी है
और तुम हँसती रहती हो गालों में
आसमान के तारे देखना छोड़ दिया हैं मैंने
अब तो खो गया हूँ दिन के उजालों में
आजकल मोहब्बत के नशे में हूँ
आँसू पी रहा हूँ शराब के प्यालों में