"खूब सहे मजदूर "
"खूब सहे मजदूर "
सुविधा सबकी वो करे, खुद सुविधा से दूर
बेकारी की मार भी, खूब सहे मजदूर
खूब सहे मजदूर, काम वह सबके आता
लगा रहे दिन रात, मेहनत उसे सुहाता
करें काम का मान, बने न उसको असुविधा
सदा रहें खुशहाल, आका करें सब सुविधा।
