खुश्क आँखों का दर्द
खुश्क आँखों का दर्द
हर इंसान के दिल में है एक दर्द की कहानी,
किसी ने कहा बेमन से तो किसी को है सुनानी !
ज़ब कभी किसी को यह कहानी सुनाई जाएगी,
इश्क की है बात तो सुनो ज़रा उनकी जुबानी !
सुकून मिलता है जिन्हें दिल के दर्द में जानी,
उनकी बातें सुनो तो लगे वो है कोई दीवानी !
रहती हैं गूंजती जो चीखें अंतस में कहीं गहरे,
उनके स्वर पर तो अब हैं शहादत के घने पहरे !
दर्द ज़ब छलकने को होता है खुस्क आँखों से,
तब कहाँ जरूरत कि कोई पिये मयखानों से !
इश्क में हमेशा शमां को क्यूँ जल जाना होता है,
हर दहर में तो इश्क का यही फ़साना होता है !
