खुशियाँ बेहिसाब
खुशियाँ बेहिसाब
खुशियों की बहार हो,
जीवन सदाबहार हो।
सभी खुशमिजाज हो,
हर एक दूजे की मिसाल हो।
राहों में बिछे सितारे हो,
चाँद की चोखट हो।
सूरज की दस्तक हो,
मंगल से आमंत्रण हो।
हो झोली में जब इतना सब कुछ।
फिर बदनसीब क्यूँ कर कोई यहाँ हो।।