खुद को बदलो
खुद को बदलो
तुम समझते क्या हो अपने आप को
तुम कहीं के सम्राट हो क्या
या फिर तुम्हारा अपना कोई साम्राज्य है
नहीं ना
फिर तुम किस अहंकार में हो
बात हर वक़्त ऐसे करते हो
जैसे सत्ता में हो
और सारी शक्तियां और अधिकार तुम्हारे ही पास है
खुद को बदलो
तुम्हारे लिए ही अच्छा होगा।
