STORYMIRROR

Gurpreet Kaur

Romance Fantasy

3  

Gurpreet Kaur

Romance Fantasy

अब हम अजनबी है

अब हम अजनबी है

1 min
113

उन बातों को गुज़रे ज़माना हो गया

जब तुम्हारी टी - शर्ट पर लगा कॉफी का दाग़

तुमने इसलिए नहीं धोया था

क्यूँ कि उस पल से हमारी यादें जुड़ी थी

और अब तो ब्लॉक लिस्ट से नंबर भी बाहर नहीं निकाला

हाल - चाल पूछना तो बहुत दूर की बात है

तब बात कुछ और थी

अब बात कुछ और है

क्यूँ कि " अब हम अजनबी है "

एक - दूसरे के लिए।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance