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Pankaj Prabhat

Drama Romance

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Pankaj Prabhat

Drama Romance

खता कर जाने दे

खता कर जाने दे

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202

रख लबों को मेरे लबों पर, इन्हें आज जल जाने दे,

रख नज़रों को मेरी नज़रों में, दिल में उतर जाने दे,

जो बाकी है थोड़ी सी ज़िन्दगी, बाँहो में गुजर जाने दे,

रख लबों को मेरे लबों पर, इन्हें आज जल जाने दे।


करें आ आज मोहब्बत टूट कर, खुदको मुझपर बिखर जाने दे,

जी लें जी भर कर इस पल को, हरपल रूह में उतार जाने दे,

न मिले हमारा पता ज़माने को, यूँ एक-दूसरे में सिमट जाने दे।

रख लबों को मेरे लबों पर, इन्हें आज जल जाने दे।


ये जिस्म तेरा फूलों की डाली, इसे प्यार की खुशबू लुटाने दे,

छूने दे मुझे आज तन-मन तेरा, खुद का भी बदन महकाने दे,

अब न रोक मुझे मेरी हमनशीं, आज तो कोई खता कर जाने दे।

रख लबों को मेरे लबों पर, इन्हें आज जल जाने दे।


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