कहना था
कहना था
कहना था शायद उनको कुछ
इसलिए रात भर उनकी राह देखते रह गए।।
पर उन्होंने शायद ऐसे ही कहा होगा
और हम पागल उसे भी सच मान बैठ गए।।
कुछ लोग और उनसे जुड़ी बातें कुछ समझ नहीं आती
पहले इन्हीं बातों पे गुस्सा आता था और आज हंसते रह गए।।
क्या करे अकेले बात कर और दिल को समझाकर देख लिया
इसलिए कुछ बाते यही करने आ गए तो थोड़ी राहत सी मिल जाए।।
चलो अच्छा हुआ उन्होंने ऐसा बिन कुछ सोचे हुए बोल दिया
फिर हमे कैसे पता लगता कि हम आज भी उसी झूठी उम्मीद पे जीते रह जाए।।
अब उनसे कोई शिकायत है ना कोई नाराजगी है ये भी पता चल गया
फ़िर ऐसा कुछ हुआ तो ज्यादा ध्यान ना देंगे बस वक्त के साथ हम भी बदल जाए।।