इश्क
इश्क
मोहब्बत किस से कब हो जाए इसका अंदाज़ा नहीं होता
ये वो घर है जिसका दरवाजा नहीं होता,
मोहब्बत हो जाए तो इसके बिना गुजारा नहीं होता
ये वो दिल है जिसका एक ठिकाना नहीं होता,
मोहब्बत किस से कब हो जाए इसका अंदाज़ा नहीं होता
ये वो घर है जिसका दरवाजा नहीं होता,
मोहब्बत हो जाए तो इसके बिना गुजारा नहीं होता
ये वो दिल है जिसका एक ठिकाना नहीं होता,