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Surendra kumar singh

Abstract

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Surendra kumar singh

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कहानी

कहानी

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आप कहानी सुनते होंगे

हम कहानी देखते हैं।

आप समाचार सुनते हैं

हम समाचार गढ़ते हैं।

मस्त मिजाजी हैं

बंद कमरा है

आंखे बंद हैं

और चलचित्र चल रहा है

आप का आना जाना

भटकना

जीतना, हारना

खुशी गम 

नफरत प्रेम

सब गुजर रहा बंद आंखों में।

और अब नए दृश्य हैं

न आप ने किसी कहानी में सुना है

नई किसी खबर में सुना है

वहीं सब चल रहा है

नया प्रेम है

नया ईश्वर है

नई दुनिया है

नया युद्ध है

और नाव किनारे है

लंगर डाला हुआ है।


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