कभी देखा क्या
कभी देखा क्या
किसी की खुशी में खुश होकर
कभी देखा क्या!
या दूसरों की खुशी देख
अपने भाग्य को कोसा करते हो
किसी का दुख बांटकर
कभी देखा क्या!
या दूसरों के दुखों को
उसके कर्मो का फल सोचा करते हो
किसी के काम आकर
कभी देखा क्या!
या सिर्फ खुद में खोए हो
बस अपने बारे में सोचा करते हो
किसी बुजुर्ग की दुआ लेकर
कभी देखा क्या!
या नादान हो
दुआ बेअसर समझा करते हो
किसी की मदद करके
कभी देखा क्या!
या बस जो कमाते हो
खुद पर ही खर्चा करते हो
किसी की समझाई बातों को समझकर
कभी देखा क्या!
या बस दिल बहलाने को पढ़ते
फिर भूल जाया करते हो
सोच कर देखो , तुम क्यों और क्या करते हो।