क़ैद..!
क़ैद..!
तुम खुद को संभाल लो
मेरी फिक्र कभी मत करना..
मैं एक टूटा हुआ आईना हूँ
मुझसे जुस्तजु मत करना..।
तकलीफ़ होगी तुम्हें बहुत
लेकिन मेरे लिए
इतना ज़रूर करना..।
अपने होठों में
एक लफ्ज़ बनाकर
मुझे कुछ इस कद्र
तुम क़ैद करना..।
फ़िर मेरे आज़ादी का
किसी से
कोई ज़िक्र
तुम कभी मत करना..!