चलो, थोड़ी और पढ़ाई करते हैं
चलो, थोड़ी और पढ़ाई करते हैं
अपने नसीब पे भरोसा हर एक को होता है
पर किताबें सुनहरा अवसर प्रदान करती है..
तुम्हें पता हो ना हो, पर यही तो सच्चाई है
कुछ बुरी नहीं पर ये भी एक अच्छाई ही है..
तुम्हारा अक्स एक शख़्स किताब बनाती है
मुश्किलों के बाद आसान रास्ता दिखाती है..
आप तय कर लो जिन्दगी में क्या बनना है
उस सफ़र का हमसफ़र किताबें हो जाती है..
कोई साथ नहीं होता आपके साथ कभी भी
लेकिन किताबें हमेशा आपका साथ निभाती हैं..
पढ़ लिख कर क्या हासिल कर लेंगे मत सोचो
पढ़ना है बेहतर इन्सान बनना है यही सोच लो..
दर-ब-दर फ़कीर भी ज्ञान बांटता रहता है
पढ़ाई हकीक़त के दोहराए साफ दिखाती है..
वक्त है और थोड़ा सा ही वक्त है तुम्हारे पास
चलो और थोड़ी पढ़ाई करते हैं..!