काश!
काश!
कभी यूं भी हो .......
मैं याद करूं तुम्हें , तो एहसास हो जाए ,
मुस्कुराहटें मेरी तेरे , लबों पे मुस्कुराए ,
मेरे जज़्बात तेरे दिल को , भावों में बहाए ,
मेरी आंखों की नमी ,तेरी सूनी पलकें भिगाए ।
काश! कभी यूं हो जाए ।

