जन्मदिन
जन्मदिन
लड़कियों का जन्मदिन नहीं होता
पैदा हो जाती हैं।
बिन मांगी दुआ की तरह
उनके पैदा होने का इंतजार नहीं होता।।
लड़कियों का जन्मदिन नहीं होता
लक्ष्मी कह कर,
पैदा होने की बात निगल ली जाती हैं।
एक डर हर वक्त बरकरार हैं होता।
लड़कियों का जन्मदिन नहीं होता।
बाप पे बोझ है
बिक जायेगा विवाह करते -करते।
सुंदर नहीं है।
अच्छा लड़का कहां से लाते।
सुंदर है ।
जमाने की नजरें से कैसे बचाते।
घर से बाहर निकली है।
बलात्कारियों से,
काम पर शोषण से
और मानसिक यातनाओं कैसे बचाते।
विवाह करते,
तो दहेज की आग से कैसे बचाते।
अनमेल विवाह,
टूटन से कैसे बचाते।
मुफ्त की नौकर से,
आत्मसम्मान कैसे बचाते।
हिम्मत बांध कर उठी तो,
चरित्र को लांछित होने से कैसे बचाते।
सारे रास्ते बंद हो जाते तो,
आत्महत्या से कैसे रोक पाते।
बेटी होते ही कितने डर ,
दिमाग़ में घर कर जाते।
लड़कियों का जन्मदिन नहीं होता।
पैदा हो जाती हैं।
बिन मांगी दुआ की तरह।
उनके पैदा होने का इंतजार नहीं होता।।
उनके लिए कोई खास नवग्रह पूजन नहीं होता।
खुशनसीब है वो लड़कियां,
जिनका खासतौर पर जन्मदिन है होता।