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Agam Murari

Crime Inspirational Thriller

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Agam Murari

Crime Inspirational Thriller

जल्लाद

जल्लाद

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मैं अपने हाथो से

एक मजबूत रस्सा बुन रहा हूं

और इतना लंबा बाट रहा हूं , जो

आर्यावर्त के कोने–कोने तक पहुंच सके ।


मैं अपना ताकत को पिघलाकर

एक हथोड़े का रूप दे रहा हूं

जिसका एक प्रहार में

आत्मा और शरीर को अलग कर देगी ।


यहां की दया को इकठ्ठा कर

सरिये में ढाल दिया

और बन गया फांसी का तख्ता ।


अब गर्दनें दो

उन जल्लादों की

जो बेकसूर लोगों को

अस्थि में बदल देता है।


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