जो बेकसूर लोगों को अस्थि में बदल देता है। जो बेकसूर लोगों को अस्थि में बदल देता है।
अब यह तुझ पर दसतराब है तूँ मुझे अपनी आग़ोश में लेता है या तूँ मुझे तगाफुल करता है। अब यह तुझ पर दसतराब है तूँ मुझे अपनी आग़ोश में लेता है या तूँ मुझे तगाफुल करता...
मर गया क्या ज़मीर ये तेरा जो तू नामर्द बनकर बैठा हैं भाई किसी का हैं तू भी अब जल्लाद बनकर बैठा... मर गया क्या ज़मीर ये तेरा जो तू नामर्द बनकर बैठा हैं भाई किसी का हैं तू भी ...
कभी कभी तो दिल करता, जमकर फरियाद कभी कभी तो दिल करता, जमकर फरियाद