अब यह तुझ पर दसतराब है तूँ मुझे अपनी आग़ोश में लेता है या तूँ मुझे तगाफुल करता है। अब यह तुझ पर दसतराब है तूँ मुझे अपनी आग़ोश में लेता है या तूँ मुझे तगाफुल करता...
इससे अच्छा होता कि जीते जी कर लो प्रेम इंसानियत से हर चाहत पूर्ण करो फिर मरने बाद कहाँ कौन मिल... इससे अच्छा होता कि जीते जी कर लो प्रेम इंसानियत से हर चाहत पूर्ण करो फिर म...