STORYMIRROR

Anjali Srivastava

Romance Tragedy

4  

Anjali Srivastava

Romance Tragedy

जिस दिन तुमने ..!!

जिस दिन तुमने ..!!

1 min
362

तुमने उसी दिन 

निर्मम हत्या कर दी थी

मेरे प्रेम की

मेरे जज्बातों की

मेरे समर्पण की....

जिस दिन तुमने 

मेरे प्रेम को न समझ

मेरा उपहास उड़ाया था।

जिस दिन तुमने 

मेरे वजूद को नकार के

मेरे प्रेम को ठुकराया था।

जिस दिन तुमने

मेरी हंसी मिटाने की कोशिश में

खुद के वजूद को दांव पे लगाया था।

जिस दिन मैंने

तुम्हारे साथ रिश्ते में होके भी

खुद को हर मोड़ पे अकेला ही पाया था।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance