जिंदगी से पूर्व जिंदगी के बाद
जिंदगी से पूर्व जिंदगी के बाद
जिंदगी से पूर्व
कौन कहाॅ था
किस हाल में
किसके पास
था भी या नहीं
या आरंभ जीवन ही
अंत मौत से
अनेकों रहस्यों से भरा
ज्ञान भी विज्ञान है
भौतिक विज्ञान से अलग
पराविज्ञान भी है
जिंदगी से पूर्व
जिंदगी के बाद का विज्ञान
अनेकों मत
अनेकों राय
सब ही सच
क्या झूठ कहीं
जिंदगी से पूर्व
जिंदगी के बाद
कहीं जीवन होता है
सत्य या कल्पना
जिंदगी से पूर्व
जिंदगी के बाद
अनेकों शून्य
अनंत बनाते
अनंत बटता शून्य में
बस बीच में
छोटे विज्ञान के उपासक
हम जिंदा हैं
इस धरा भूमि पर
जिंदगी से पूर्व
जिंदगी के बाद
क्या सच, क्या झूठ
कहानियां पराविज्ञान की
बस साधन हैं
जिंदगी जीने का तरीका सिखाती
दुखी को हसाती
किसी का प्राण प्यारा
छोड़ गया जीवन
एक आस मरा नहीं
आज भी जीता जीवन
जिंदगी के बाद भी
अनेकों जीवन दे देती
जिंदगी के पूर्व
जिंदगी के बाद का विज्ञान
और कुछ अलग नहीं
जीवन का तत्व ही है
मानवता का पाठ
सुकर्म और कुकर्म का विभेद
सब जीवन का तत्व है
जिंदगी से पूर्व
जिंदगी के बाद
क्या, कैसे, कहाॅ
सब अज्ञात
सच तो इतना
कई मरकर भी जी रहे
कई जीते जी मर रहे
हर रोज
आज भी।
