जादू की दुनिया
जादू की दुनिया
एक दुनिया जादू की
सच या कल्पना
बिना मेहनत
बस एक छड़ी घुमाई
हाजिर मनभावन वस्तु
जादू से कुछ भी पाओ
सुख सुविधा भोग भी
कहावत दूर के ढोल सुहावने
चार दिन की चांदनी
दुनिया जादू की
बनायेगी अकर्मण्य मानव को
बोरियत और कुंठा
खाली दिमाग घर शैतान का
बोल बाला नकारात्मक सोच का
भूल जाते जादुई दुनिया
जादू तो हाथों में
एक किसान की मेहनत
लहलहाती फसलें
भूख मिटाती इंसान का
सचमुच जादू है
ऊंची अट्टालिकाएं
कई मजदूरों की जादुई ताकत लगी थी कभी
ताजमहल, लाल किला और भी अनेक
भव्य इमारत गवाह मेहनत के जादू का
आज जिंदगी कितनी आसान लगती
दूरियां रहीं नहीं
मोबाइल इंटरनेट युग है
अनेकों वैज्ञानिकों की मेहनत
सचमुच जादू है
जादू की दुनिया और कहीं नहीं
दुनिया मेहनती इंसानों की।
