ये मजाक थोड़ी है
ये मजाक थोड़ी है
जिंदगी में सब कुछ मिल जाए यूँ ही
ये इतना आसान थोड़ी है
सोच समझ कर दी है खुदा ने जिंदगी
इसे जी लेना सब का काम थोड़ी है
ठोकरें खाकर तुम गिरते हो तो क्या हुआ
तुम्हारा नाम बदनाम थोड़ी है
गमों को पीकर हर कोई जीना सीख ले
अरे, ये कोई जाम थोड़ी है
जो पाया है अपने बलबूते पर ही पाया
ये लोगों का एहसान थोड़ी है
तुमने प्यार दिया पर बदले मैं
तुम्हें मिला धोखा कोई इनाम थोड़ी है
क्यों रटते रहते हो नाम उस बेवफा का
वो कोई राम नाम थोड़ी है
रात बीतेगी कल फिर नया सवेरा होगा
देखो जरा अभी शाम थोड़ी है
अरे सोने वाले उठ जाओ वक्त नहीं है
अभी सोने के लिए श्मशान थोड़ी है
मेरी कविताओं को बिना पढ़े छोड़ जाओ
अरे ये कोई मजाक थोड़ी हैं