जिंदगी की राह – जिंदादिली के साथ
जिंदगी की राह – जिंदादिली के साथ
शीर्षक: जिंदगी की राह – जिंदादिली के साथ
जिंदगी का यह सफर चला है अभी तक जैसा,
चलेगा बाद में भी वैसा।
जिंदगी का काम है चलते जाना –
हर जमाने में, हर हाल में, एक जैसा ही चलता रहता है।
हर दौर में यही सवाल –
अब क्या होगा आने वाले समय में?
क्यों चिंता करें उस कल की जो आया ही नहीं?
जो होगा, देखा जाएगा।
अगर कोई तकलीफ आएगी,
तो उससे निकलने के रास्ते भी आए हैं और आगे भी आएंगे।
तो फिर आने वाले कल से घबराना कैसा?
यह जिंदगी है – जैसी अभी तक चली है,
वैसी ही अच्छी चलेगी।
इस आशा और विश्वास के साथ जिया जाए,
अपनी इंसानियत को न छोड़ा जाए,
जिंदगी को पूरे दिल से जिया जाए।
जो पीछे छूट गया,
उसे क्यों बार-बार याद किया जाए?
आने वाले कल को बेहतर बनाने का प्रयास किया जाए।
तो जिंदगी अच्छी ही है –
क्योंकि यह हमारी जिंदगी है अब हम इसे अपनी तरह से जिएंगे।
सकारात्मक सोच के साथ,
छोटी-छोटी खुशियों को जीते हुए
मज़े करते हुए।
साथ में भगवान को याद करेंगे,
उनका धन्यवाद करेंगे –
कि उन्होंने इतनी सुंदर जिंदगी दी।
आप सबके साथ अपनी बातें बांटेंगे,
और जिंदगी ऐसे ही चलती रहेगी…
जब तक जिंदा हैं – जिंदादिली से जिएंगे।
