जिंदगी है एक अनजान सफर
जिंदगी है एक अनजान सफर
जिंदगी का सफर,
है एक अनजान सफर,
जिसमें मिलते हैं,
कई अनजान लोग।
मिलकर बनाते हैं,
एक प्यारा सा आशियाना,
दो अनजाने लोग,
अनजाने सफर पे।
कभी धूप कभी छांव,
रहता अनजान सफर में,
फिर भी घर को रोशन,
करते हैं दो अनजाने लोग।
अनजान सफर को,
जानकार सफर,
बना देते हैं ,
दो अनजान लोग।
