जिन परियों का जादू
जिन परियों का जादू
जादू जिन का बड़ा ही प्यारा,
देखा बस धारावाहिकों में यह नजारा,
सुनी कुछ परियों की कहानी,
बन दादी नानी की ही जुबानी,
मिल जाए मुझे भी कोई जिन,
मांग लूं फिर मैं अल्हड़ जवानी के दिन,
मिल जाए मुझे कोई परियों की रानी,
जी लूं फिर मैं बचपन की यादें सुहानी,
मिल जाए मुझे कोई भी कोई जिन,
मांग लूं फिर मैं खुशियों के वो पुराने दिन,
मिल जाए मुझे कोई परियों की रानी,
मांग लूं फिर मैं वो अधूरी मन्नत पुरानी,
मिल जाए मुझे कोई जिन,
जो मिला दें मुझे उससे अधूरी हूं मैं जिसके बिन,
मिल जाए मुझे कोई परियों की रानी,
तो बन जाए मेरा किस्सा भी एक कहानी।
ना होता है कोई जिन,
ना होती है कोई परियों की रानी,
हर रोज सिखाती है यही सीख हमें जिंदगानी।
होती है बस ये मन से बनी कहानी,
जो बचपन में होंठों पर लाती है
एक मुस्कान लुभावनी।
