जब से देखा तुझको
जब से देखा तुझको


जब से देखा तुझको
हर तरफ तू ही नजर
आता है
तेरे सिवा कोई और
मुझे कोई भाता नहीं
तू आई मेरे जीवन में
जैसे बहार आई अब
पतझड़ से मेरा कोई
नाता नहीं
जब से देखा तुझको
हर तरफ तू ही नजर
आता है
तेरे चेहरे की मुस्कान
मेरे दिल में बस गई
तेरी बातें तेरी मुलाक़ातें
अक्सर याद आती है
अब मुझसे तू दूर
जाना नहीं
बनकर जीवनसाथी
साथ निभाना