जाने क्या बात हुई
जाने क्या बात हुई
वो हमसे हुए खफा, जाने क्या बात हुई?
परिन्दों ने छोड़े मकान, जाने क्या बात हुई?
मेरे शहर से उनका, अब कोई नहीं वास्ता,
सारे रास्ते हुए अनजान, जाने क्या बात हुई?
हैं रहती वो दिल की हवेली में फिर भी,
दुनिया लगती है वीरान, जाने क्या बात हुई?
आँखों ने मानी नहीं हार उनके इंतज़ार में,
लौटा न अबकी बेईमान, जाने क्या बात हुई?
आँसुओ से लिखे मैंने, कई ख़त उनको बारहा,
आया न इश्क़ का पैगाम, जाने क्या बात हुई?