तिरंगा सबसे प्यार
तिरंगा सबसे प्यार


वो तिरंगा सबसे प्यारा
लहरा रहा हमारा।
कभी दुश्मनों को मारा
कभी दुश्मनी ने मारा
वो तिरंगा सबसे प्यारा।
होली सरहदों पर जब भी
हम दुश्मनों से खेले।
खूनी लतफत हुआ ये सीना
कई गोलियों को झेले।
रही सीने में जब तक धड़कन
उठकर दुश्मनों को मारा
वो तिरंगा सबसे प्यारा।
ये हमारी खुशनसीबी
नहीं तो और क्या है
ये हमारी खुशनसीबी
नहीं तो और क्या है।
सपनों में जिसको देखा
लिपटा मै उसमे आया
वो तिरंगा सबसे प्यारा।
हम वतन पे मरने वाले
ना किसी से डरनेवाले।
एक नाम जानते हैं
जिसे माँ मानते हैं।
छुआ जब भी किसी ने आँचल
उन्हें बस तड़पा तड़पा के मरा।
है तिरंगा सबसे प्यारा
लहरा रहा हमारा।
कभी दुश्मनों को मरा
कभी दुश्मनी ने मारा
वो तिरंगा सबसे प्यारा।