जादूगर
जादूगर
जादूगर बस
एक वही है ।
सभी कुछ कर्ता
धर्ता वही है ।
उसका जादू
जब चलता है !
पल भर मे सब
बदल जाता है ।
ईश्वर की सब
माया है ।
नही समझ
कोई पाया है !
पल मे प्रलय
मचा दे जग मे
किसी को जीवन
दे दे क्षण मे ।
चमत्कार वही करता है
जीवन का लेखा जोखा
भी सभी के वो रखता है !
उस जादूगर के जादू
से सब कुछ समय
पर चलता है ।
एक जादूगर है
कृष्ण कन्हैया
गोवर्धन पर्वत को
एक उंगली
पर उठा लिये
ऐसे अद्भुत
कारनामे किसी
जादूगिरी से
क्या कम है !