जादू
जादू
तेरा जादू मुझ पर, छाया इस कदर।
मैं डूबी रही तेरे ख़्वाबों में, रात भर।।
वो हसीं तेरा चेहरा, खुशनुमा तेरी आंखें।
मदहोशी में झूम कर, हर नज़र तुझे ताके।।
तेरी हर अदा पर, मुझे बेशुमार प्यार आया।
तुझे अपने करीब पाकर, मुझे करार आया।।
शब भर इंतज़ार, ना हो सका अब मुझसे।
मोहब्बत करने का, बहाना मिल गया तुझसे।।
तसव्वुर -ए -जानाँ, दिल को यूं तड़पाता रहा।
आंखों में कैद कर तेरी तस्वीर, अश्क बहता रहा।।
ये तेरे प्यार का सुरूर है मेरी जां, मैं क्या करूं।
इस ल में गर मिले तेरी इजाज़त, मैं इज़हार करूं।।

