मेरी कलम ही मेरी पहचान है...। (हिंदी अध्यापिका)
ना संभला, ना सीखा अतीत से, केवल शूल पथ वो चुन रहा। ना संभला, ना सीखा अतीत से, केवल शूल पथ वो चुन रहा।
ज़िन्दगी ने ज़िन्दगी भर का हिसाब कर दिया। जैसे इश्क़ ने मदहोशी को बेहिसाब कर दिया।। ज़िन्दगी ने ज़िन्दगी भर का हिसाब कर दिया। जैसे इश्क़ ने मदहोशी को बेहिसाब कर द...
स्वतंत्रता, न्याय, एकता, प्रेम, समरसता से प्राधान्य कर गई। स्वतंत्रता, न्याय, एकता, प्रेम, समरसता से प्राधान्य कर गई।
निखरती रहती हर दिन ये कई कहानियों से निखरती रहती हर दिन ये कई कहानियों से
तुम हो करुणा निधान, तुम हो दीन दयाला। तुम हो करुणा निधान, तुम हो दीन दयाला।
ज़िन्दगी मानो एक खेल बन गई सुबह से शाम तक रेल बन गई। ज़िन्दगी मानो एक खेल बन गई सुबह से शाम तक रेल बन गई।
इश्क-ए-इज़हार का, नींद से जाग उठी मैं पता चला जनाब वो बस एक ख़्वाब था। इश्क-ए-इज़हार का, नींद से जाग उठी मैं पता चला जनाब वो बस एक ख़्वाब था।
बस प्रार्थना इतनी सी है प्रार्थना कामना ना बन जाए। बस प्रार्थना इतनी सी है प्रार्थना कामना ना बन जाए।
नर हो न निराश करो मन को चलो अपनी नई दिशा बदलते हैं। नर हो न निराश करो मन को चलो अपनी नई दिशा बदलते हैं।
मोहक मुस्कान सदा अधरों पर बनी रहे सपना सरस जो परहित कर्म सिखाता रहे मोहक मुस्कान सदा अधरों पर बनी रहे सपना सरस जो परहित कर्म सिखाता रहे