ज़िन्दगी को खुशनुमा कीजिए
अपनों का साथ सदा दीजिए
ना भटके हम लक्ष्य से अपने
हर दिन नई शुरुआत कीजिए
मानव शक्ति अप्रतिम है
करती साधन का निर्माण
तराश कर कौशल को अपने
बना देती जीवन आसान।
उत्पादकता बढ़ाने के लिए
बीज की गुणवत्ता बेहतर हो
शिष्य को विद्वान बनाने में
गुरु का ज्ञान ना कमतर हो।
जीवन की हसीं परिभाषा हो वाणी की सुमधुर भाषा हो
लक्ष्य सोना, मेहनत कांसा हो
आने वाला कल आशा हो...।
सपनों को मेरे उड़ान मिले
जमीं से आसमान मिले
ना हो बेवफाई का सामना
जीवन में इन्हें पहचान मिले।
धरती मां तुमको प्रणाम
तुमसे ही जीवन व प्राण
ना हो कभी अपमान तुम्हारा
हर जीव को मिले तुमसे सहारा।
दुनिया सुहानी लगती है
महफ़िल अपनी जमती है
आनंद बहुत आता है जब
इंसान ईमान दिखाता है।
विज्ञान एक आविष्कार है
इसके विभिन्न प्रकार है
मोबाइल से चंद्रयान तक
इसका अलग आकार है।
श्रेष्ठ वही जो प्रभु गुण गाए
बड़ों को सदा शीश नवाए
माधुर्य से अपना बनाए
विजय पताका वो लहराए।