मेरी कलम ही मेरी पहचान है...। (हिंदी अध्यापिका)
हंसी-खुशी गुलाल लगाकर, आनंद से सब होली मनाएं। हंसी-खुशी गुलाल लगाकर, आनंद से सब होली मनाएं।
हे हरि ! तेरे चरणन में ही, मेरा बसेरा हो मैं सदा रहूं दासी तेरी, तू कृपालु मेरा हो। हे हरि ! तेरे चरणन में ही, मेरा बसेरा हो मैं सदा रहूं दासी तेरी, तू कृपालु म...
कभी कामुकता से भरते हैं कभी परोपकारी बन फिरते हैं कभी कामुकता से भरते हैं कभी परोपकारी बन फिरते हैं
भ्रमित इंसान सदा मुझसे ही पलता है ना करता मैं भेदभाव किसी से, ना कोई बैर भ्रमित इंसान सदा मुझसे ही पलता है ना करता मैं भेदभाव किसी से, ना कोई बैर
कभी फूलों-सा हम महक गए कभी नफ़रत में हम अड़ गए कभी फूलों-सा हम महक गए कभी नफ़रत में हम अड़ गए
दिल से दिल यूं ही मिलता रहे दिल से दिल यूं ही मिलता रहे
झटपट करो काम समय से ज़िंदगी हसीन बनाओ तुम। झटपट करो काम समय से ज़िंदगी हसीन बनाओ तुम।
प्रतिशोध के भाव में कभी न सुख पाओगे। प्रतिशोध के भाव में कभी न सुख पाओगे।
जो सोता वो सदा के लिए खो जाता है। जो सोता वो सदा के लिए खो जाता है।
इतनी विविधताओं में भी, हम कहते हिन्दी से हिंदुस्तान है। इतनी विविधताओं में भी, हम कहते हिन्दी से हिंदुस्तान है।