इश्क
इश्क
वो !
इश्क नहीं ..
जो परवाह करे , दुनिया की ,
इश्क होगा ...
तो , बेपरवाह ही होगा ।जो बंधा नहीं बंधनों में ,
जो रुका नहीं सीमाओं में ,
जज्बातों की आंधी में बहा ,
मुकम्मल है , इश्क बेपरवाह !
वो !
इश्क नहीं ..
जो परवाह करे , दुनिया की ,
इश्क होगा ...
तो , बेपरवाह ही होगा ।जो बंधा नहीं बंधनों में ,
जो रुका नहीं सीमाओं में ,
जज्बातों की आंधी में बहा ,
मुकम्मल है , इश्क बेपरवाह !