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VEENU AHUJA

Romance Tragedy

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VEENU AHUJA

Romance Tragedy

शर्म

शर्म

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हाँ, मैं आंखें बंद कर लेती हूं ,

जब जब तुम पास होते हो ..


जिन आंखों ने डूब कर चाहा तुम्हें ,

अब घृणा उसी के लिए ??


नहीं दिखाना चाहती, वो घृणा ,

शर्मा जाती है ये आंखे ..


छुक जाती है पलकें स्वतः

छुपाने को गहरे भाव ' बंद हो जाती हैं आंखें ॥


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