Divyanjli Verma
Romance
अब कभी जो
इश्क़ होने सा
एहसास होता है तो
पूजा पाठ कर लेेती हूँ।
मोहब्बत होगी तो
मिल जायेगी,
बला होगी तो टल जायेगी।
अजनबी कोई अपन...
एक रहस्यमई जं...
विज्ञान का सच
भोजन खाओ शाका...
मेरी जान हो त...
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आजादी की जंग
मैं उनकी यादों में खोई थी जागी थी आंखें मगर मैं सोई थी। मैं उनकी यादों में खोई थी जागी थी आंखें मगर मैं सोई थी।
सांझ का रूप दिखलाता नभ, और उसके रंगों की सुन्दरता। सांझ का रूप दिखलाता नभ, और उसके रंगों की सुन्दरता।
जो मोहब्बत थी हमारे बीच वो फासलो में फ़ना हो गई। जो मोहब्बत थी हमारे बीच वो फासलो में फ़ना हो गई।
दिल का हाल अब सारा बयां करना है, विरह आग में आधा आधा हम दोनों को जलना है।। दिल का हाल अब सारा बयां करना है, विरह आग में आधा आधा हम दोनों को जलना है।।
दिल से दिल को मिलाती वो तमन्ना हो तुम... मेरी हर कमी को, सिर्फ मिटाते हो तुम... मैं अंधेरा हूँ त... दिल से दिल को मिलाती वो तमन्ना हो तुम... मेरी हर कमी को, सिर्फ मिटाते हो तुम......
सुबह मैं देर तक सोती रहूं, चाय बना तुम करना सूरज का स्वागत। सुबह मैं देर तक सोती रहूं, चाय बना तुम करना सूरज का स्वागत।
खाया जख्म ऐसा फिर हम संभल न पाये थाम गैर बाहे मेरे जख्मों नमक वो लगा रहे है खाया जख्म ऐसा फिर हम संभल न पाये थाम गैर बाहे मेरे जख्मों नमक वो लगा रहे है
और अपने वजूद का एहसास करना, बड़ा ही अजीबो गरीब सा लगता है। और अपने वजूद का एहसास करना, बड़ा ही अजीबो गरीब सा लगता है।
पिघलती हुई चांदनी सी मेरे चारों तरफ फैल जाती हो, पिघलती हुई चांदनी सी मेरे चारों तरफ फैल जाती हो,
पहले मैं उनसे नाराज होती हूं फिर खुद से नाराज होकर रोती हूं । पहले मैं उनसे नाराज होती हूं फिर खुद से नाराज होकर रोती हूं ।
वो दिन आयेगा भी जरुर मैंने उम्मीदों का दीपक जला रखा है। वो दिन आयेगा भी जरुर मैंने उम्मीदों का दीपक जला रखा है।
अभी भी हमारी हालत वही है निगाहों मे अब भी सूरत वही है। अभी भी हमारी हालत वही है निगाहों मे अब भी सूरत वही है।
मुझे समझ पाती दिल से तो, शायद कभी छोड़ के न जाते। मुझे समझ पाती दिल से तो, शायद कभी छोड़ के न जाते।
नजर में विज्ञान की उपलब्धियां हैं कामना में तुम हो ख्वाहिश भी तुम्हारी है। नजर में विज्ञान की उपलब्धियां हैं कामना में तुम हो ख्वाहिश भी तुम्हारी है।
उनका दिया हुआ आखिरी गुलाब हमारे लिए बेहद खास है। उनका दिया हुआ आखिरी गुलाब हमारे लिए बेहद खास है।
अनजानी एक राह पर, बस चलते जाना है। अनजानी एक राह पर, बस चलते जाना है।
इश्क था तुमसे वफ़ा भी थी मेरे हर वादे में सच्चाई भी थी। चाहा था हर बार तुझे तेरे सिवा इश्क था तुमसे वफ़ा भी थी मेरे हर वादे में सच्चाई भी थी। चाहा था हर बार तुझे त...
उस रब से कैसा शिकवा जिस रब ने तुझसा महबूब दिया। उस रब से कैसा शिकवा जिस रब ने तुझसा महबूब दिया।
वह सागर जैसे नैन तेरे, हर छोटी बात पर बह जाना। वह सागर जैसे नैन तेरे, हर छोटी बात पर बह जाना।
मज़ा आया जब सफ़र पूरा हुआ वो न मेरे और ना मै किसीका हुआ। मज़ा आया जब सफ़र पूरा हुआ वो न मेरे और ना मै किसीका हुआ।