भारतीय सभ्यता का आधार हिंदी
भारतीय सभ्यता का आधार हिंदी
हिंदी दिवस कोई त्योहार नही है
जो बधाइयां दूं सबको
न ये जन्मदिवस है हिंदी का
जो खाना पीना रखूं और केक काटूं
ये उस भाषा के अस्तित्व की बात है
जिसमे लोरियां गाकर मेरी मां
मुझे सुलाया करती थी
मैम मुझे कविताएं सुनाया करती थी
जिद पापा से होती थी चीजी लाने की
तब भी यही भाषा उपयोग में लाया करती थी
मेरे पैदा होने से पहले की है ये भाषा
जिसमे गीत गाकर
मेरे आने की खुशी मनाया करती थी।
हिंदी दिवस कोई त्योहार थोड़ी है
ये उस भाषा के अस्तित्व की बात है
जिससे जुड़ी है भारत की संस्कृति
जिससे भारतीय सभ्यता का होना विकास है।
